रोडवेज बसों को सडक़ पर दौड़ा रहीं 2 युवतियां, शोंक को अपना रोजगार बनाना चाहती हैं
सत्यखबर कैथल (ब्यूरो रिपोर्ट) – इस हरियाणवी कहावत को सिद्ध कर रही हैं कैथल में बस चालक का प्रशिक्षण लेने वाली दो लड़कियां अलीशा और सुनीता इनका मानना है कि जो काम लड़के कर सकते हैं वह काम लड़कियां भी कर सकती है और इनका सपना है कि वह हरियाणा रोडवेज में ड्राइवर के पद पर नौकरी मिलने पर अपनी सेवाएं दे सके। जब इन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब हम बस चला रही होंगी तो बस में बैठी सवारियों में जो महिलाएं होंगी। उनके अंदर आत्मविश्वास बढ़ेगा की हरियाणा में महिलाएं सुरक्षित हैं और वह हर काम करने में सक्षम है और वह भी क्षेत्र में भागीदारी कर सकती है। आज महिलाएं हवाई जहाज उड़ा रही है ट्रेन चला रही है तो बस क्यों नहीं चला सकती और उनके परिवार भी इनका पूरा सपोर्ट कर रहे हैं।
कैथल में आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से न तो कम हैं और न ही पीछे। महिलाएं अब घर में चुल्हा-चौका तक ही सीमित नहीं रह गई हैं। आज महिलाएं जहां हवाई जहाज तक उड़ा रही हैं, वहीं कैथल में 2 युवतियों को रोडवेज की बसें चलाते हुए देखा जा सकता है। अभी तक हरियाणा रोडवेज में केवल पुरुषों का वर्चस्व देखने को मिल रहा है। भविष्य में आपको महिलाएं भी रोडवेज बस चलाते हुए दिखे तो चौकियेगा मत। क्योंकि कैथल रोडवेज विभाग द्वारा 280 युवाओं को हैवी गाड़ी चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें 2 लड़कियां भी यह प्रशिक्षण ले रही हैं और पुरुषों की तरह निडर होकर सडक़ पर बस को सरपट दौड़ा रही हैं। ये दोनों युवतियां प्रतिदिन तितरम बाईपास से बस को नरवाना तक चला रही हैं।
दोनों युवतियों ने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। उनका ड्राइविंग का शोंक है और उस शोंक की वह अपना रोजगार बनाना चाहती हैं। हैवी लाइसैंस बनने के बाद वे रोडवेज के साथ पुलिस विभाग में चालक के पद पर आवेदन कर सकती हैं। दोनों युवतियों ने अन्य महिलाओं से भी आहवान किया कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है तो ड्राइविंग में हम क्यों पीछे हैं, उन्होंने कहा कि महिलाओं को इस क्षेत्र में भी आगे आना चाहिए। इनकी सरकार से यही मांग है कि सरकार जल्द ही रोडवेज में ड्राइवर की पद पद के लिए आवेदन निकाले और इन्हें स्पेशल कोटे के तहत नौकरी दी जाए ताकि सरकार का नारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और बेटी बढ़ाओ सार्थक सिद्ध हो सके